बिहार का सृजन घोटाला क्या है : Srijan Ghotala Kya Hai in Hindi
बिहार का सृजन घोटाला क्या है : Srijan Ghotala Kya Hai in Hindi – आज हम आपको बताएंगे कि बिहार का सृजन घोटाला क्या है और इस में सृजन संस्था का कितना है हाथ है। आइये जानते है !

सृजन घोटाला क्या है | Srijan Ghotala Kya hain?
सृजन घोटाला एक कथित घोटाला है जो 2005 से 2012 के बीच बिहार में हुआ था। इस घोटाले में आरोप है कि बिहार सरकार ने फर्जी बिलों के आधार पर सृजन फाउंडेशन नाम के एनजीओ को करोड़ों रुपये का भुगतान किया। इस घोटाले में बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री नीतीश कुमार समेत कई लोगों के नाम शामिल हैं।
यह घोटाला तब सामने आया जब 2013 में सीबीआई ने सृजन फाउंडेशन के खिलाफ मामला दर्ज किया। सीबीआई ने आरोप लगाया कि सृजन फाउंडेशन ने फर्जी बिलों के आधार पर बिहार सरकार को 1,100 करोड़ रुपये का भुगतान किया। इस घोटाले में बिहार सरकार के कई अधिकारी और मंत्री शामिल हैं।
इस घोटाले की जांच अभी भी जारी है। इस मामले में सीबीआई ने कई लोगों को गिरफ्तार किया है, लेकिन नीतीश कुमार को अभी तक गिरफ्तार नहीं किया गया है। इस घोटाले में नीतीश कुमार आरोपी हैं, लेकिन उन्होंने सभी आरोपों से इनकार किया है।
सृजन घोटाला बिहार का सबसे बड़ा घोटाला है। इस घोटाले ने बिहार की राजनीति को हिला कर रख दिया है। इस घोटाले के कारण नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा था।
सृजन संस्था क्या करती थी | Srijan Sanstha Kya Karti Thi?
सृजन संस्था बिहार में शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में काम करने वाली एक गैर-सरकारी संस्था थी। इस संस्था की स्थापना 2000 में हुई थी और इसका मुख्यालय पटना में था। इस संस्था के अध्यक्ष नीतीश कुमार थे।
सृजन संस्था को बिहार सरकार से करोड़ों रुपये का अनुदान मिला था। इस अनुदान का उपयोग शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में काम करने के लिए किया गया। हालाँकि, इस संस्था पर इस अनुदान का दुरुपयोग करने का आरोप है।
2013 में सृजन संस्था के खिलाफ सीबीआई ने केस दर्ज किया था। सीबीआई का आरोप है कि सृजन संस्था ने फर्जी बिल के आधार पर बिहार सरकार को 1100 करोड़ रुपये का भुगतान किया। इस घोटाले में बिहार सरकार के कई अधिकारी और मंत्री शामिल हैं।
इस घोटाले की जांच अभी भी जारी है। इस मामले में सीबीआई ने कई लोगों को गिरफ्तार किया है, लेकिन नीतीश कुमार को अभी तक गिरफ्तार नहीं किया गया है। इस घोटाले में नीतीश कुमार आरोपी हैं, लेकिन उन्होंने सभी आरोपों से इनकार किया है।
सृजन घोटाला बिहार का सबसे बड़ा घोटाला है। इस घोटाले ने बिहार की राजनीति को हिला कर रख दिया है। इस घोटाले के कारण नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा था।
सृजन संस्था के बारे में कुछ और जानकारी इस प्रकार है:
- संस्था का मुख्य उद्देश्य शिक्षा एवं स्वास्थ्य के क्षेत्र में कार्य करना था।
- संस्था को बिहार सरकार से करोड़ों रुपये का अनुदान मिला था।
- संस्था पर इस अनुदान का दुरुपयोग करने का आरोप है।
- 2013 में सृजन संस्था के खिलाफ सीबीआई ने केस दर्ज किया था।
- इस घोटाले की जांच अभी भी जारी है।
घोटाले की कहानी क्या है | Ghotale ki Kahani Kya hain?
सृजन घोटाला एक कथित घोटाला है जो 2005 से 2012 के बीच बिहार में हुआ था। इस घोटाले में आरोप है कि बिहार सरकार ने फर्जी बिलों के आधार पर सृजन फाउंडेशन नाम के एनजीओ को करोड़ों रुपये का भुगतान किया। इस घोटाले में बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री नीतीश कुमार समेत कई लोगों के नाम शामिल हैं।
यह घोटाला तब सामने आया जब 2013 में सीबीआई ने सृजन फाउंडेशन के खिलाफ मामला दर्ज किया। सीबीआई ने आरोप लगाया कि सृजन फाउंडेशन ने फर्जी बिलों के आधार पर बिहार सरकार को 1,100 करोड़ रुपये का भुगतान किया। इस घोटाले में बिहार सरकार के कई अधिकारी और मंत्री शामिल हैं।
इस घोटाले की जांच अभी भी जारी है। इस मामले में सीबीआई ने कई लोगों को गिरफ्तार किया है, लेकिन नीतीश कुमार को अभी तक गिरफ्तार नहीं किया गया है। इस घोटाले में नीतीश कुमार आरोपी हैं, लेकिन उन्होंने सभी आरोपों से इनकार किया है।
सृजन घोटाला बिहार का सबसे बड़ा घोटाला है। इस घोटाले ने बिहार की राजनीति को हिला कर रख दिया है। इस घोटाले के कारण नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा था।
सृजन घोटाले की कहानी इस प्रकार है:
- सृजन फाउंडेशन की स्थापना 2005 में हुई थी। नीतीश कुमार इस फाउंडेशन के अध्यक्ष थे।
- 2005 से 2012 के बीच सृजन फाउंडेशन को बिहार सरकार से करोड़ों रुपये का अनुदान मिला।
- इस अनुदान का उपयोग शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में काम करने के लिए किया गया।
- हालाँकि, इस फाउंडेशन पर इस अनुदान का दुरुपयोग करने का आरोप है।
- फाउंडेशन पर फर्जी बिल के आधार पर बिहार सरकार से करोड़ों रुपये लेने का आरोप है।
- फाउंडेशन पर आरोप है कि उसने इस पैसे का इस्तेमाल निजी खर्चों के लिए किया।
- 2013 में सीबीआई ने सृजन फाउंडेशन के खिलाफ मामला दर्ज किया था।
- सीबीआई ने आरोप लगाया कि सृजन फाउंडेशन ने फर्जी बिलों के आधार पर बिहार सरकार को 1,100 करोड़ रुपये का भुगतान किया।
- इस घोटाले में बिहार सरकार के कई अधिकारी और मंत्री शामिल हैं।
- इस घोटाले की जांच अभी भी जारी है।
- इस मामले में सीबीआई ने कई लोगों को गिरफ्तार किया है, लेकिन नीतीश कुमार को अभी तक गिरफ्तार नहीं किया गया है।
- इस घोटाले में नीतीश कुमार आरोपी हैं, लेकिन उन्होंने सभी आरोपों से इनकार किया है।
सृजन घोटाला बिहार का सबसे बड़ा घोटाला है. इस घोटाले ने बिहार की राजनीति को हिला कर रख दिया है। इस घोटाले के कारण नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा था।
कैसे हुआ इस घोटाले का पर्दाफाश | Kaise Hua Is Ghotale Ka Pardafash?
सृजन घोटाला 2013 में सामने आया था। इस घोटाले में आरोप है कि बिहार सरकार ने फर्जी बिलों के आधार पर सृजन फाउंडेशन नाम के एनजीओ को करोड़ों रुपये का भुगतान किया। इस घोटाले में बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री नीतीश कुमार समेत कई लोगों के नाम शामिल हैं।
सृजन घोटाला तब सामने आया जब सीबीआई ने 2013 में सृजन फाउंडेशन के खिलाफ मामला दर्ज किया। सीबीआई ने आरोप लगाया कि सृजन फाउंडेशन ने फर्जी बिलों के आधार पर बिहार सरकार को 1,100 करोड़ रुपये का भुगतान किया। इस घोटाले में बिहार सरकार के कई अधिकारी और मंत्री शामिल हैं।
सृजन घोटाला बिहार का सबसे बड़ा घोटाला है। इस घोटाले ने बिहार की राजनीति को हिला कर रख दिया है। इस घोटाले के कारण नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा था।
सृजन घोटाले के पर्दाफाश के पीछे कई लोगों का योगदान है। जिनमे यह भी शामिल है:
- पत्रकार अजय कुमार ने इस घोटाले का खुलासा किया।
- आरके सिंह, जो आईएएस अधिकारी थे और उन्होंने इस घोटाले की जांच की थी।
- इस घोटाले की जांच सीबीआई कर रही है।
सृजन घोटाले का पर्दाफाश एक महत्वपूर्ण घटना थी। इसने बिहार की राजनीति को हिलाकर रख दिया है और लोगों को सरकार के प्रति और अधिक जागरूक कर दिया है।
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