इतिहास किसे कहते हैं : Itihas Kise Kahte Hai Hindi Me

इतिहास किसे कहते हैं : Itihas Kise Kahte Hai Hindi Me

इतिहास किसे कहते हैं : Itihas Kise Kahte Hai Hindi Me – तो आज हम आपको बताएंगे कि इतिहास किसे कहते हैं? अगर आप भी इस बारे में सम्पूर्ण जानकारी प्राप्त करना चाहते है, तो आप हमारे इस आर्टिकल को अंत तक जरूर पढ़े !

इतिहास किसे कहते हैं : Itihas Kise Kahte Hai Hindi Me
इतिहास किसे कहते हैं : Itihas Kise Kahte Hai Hindi Me

इतिहास किसे कहते हैं | Itihas Kise Kahte Hain?

इतिहास, एक समाज, संस्कृति, या व्यक्ति के अतीत की घटनाओं का एक विस्तृत विवरण है। यह विभिन्न स्रोतों से प्राप्त जानकारी का उपयोग करके बनाया जाता है, जिनमें ऐतिहासिक दस्तावेज, पुरातात्विक अवशेष, और साक्ष्य साक्ष्य शामिल हैं।

इतिहास का अध्ययन करने के कई अलग-अलग तरीके हैं। कुछ इतिहासकार एक विशेष विषय या समय अवधि पर ध्यान केंद्रित करते हैं, जबकि अन्य एक व्यापक दृष्टिकोण अपनाते हैं।

इतिहास का अध्ययन करने के कुछ सबसे आम तरीकों में शामिल हैं:

  • सामाजिक इतिहास: यह समाज के विभिन्न पहलुओं, जैसे कि संस्कृति, धर्म, और अर्थव्यवस्था का अध्ययन करता है।
  • राजनीतिक इतिहास: यह सरकारों और राजनीतिक संस्थाओं का अध्ययन करता है।
  • आर्थिक इतिहास: यह अर्थव्यवस्था के विकास और विकास का अध्ययन करता है।
  • सांस्कृतिक इतिहास: यह कला, साहित्य, और अन्य संस्कृति के पहलुओं का अध्ययन करता है।

इतिहास का अध्ययन हमारे अतीत को समझने और वर्तमान को बेहतर ढंग से समझने का एक महत्वपूर्ण तरीका है। यह हमें यह समझने में मदद करता है कि हम कैसे यहां पहुंचे और यह हमारे भविष्य के लिए क्या अर्थ रखता है।

इतिहास का आरम्भ | Itihas Ka Arambh?

इतिहास का आरंभ मानव सभ्यता के विकास के साथ होता है। मानव जाति के विकास की प्रारंभिक चरणों को पुरातत्विक अध्ययन के माध्यम से जाना जा सकता है। इतिहास की प्रारंभिक अवधि में लोग पत्थर के उपकरणों का उपयोग करते थे और उनका जीवन शैली प्राकृतिक संसाधनों पर आधारित था। इतिहास के आदिकाल में मानव समुदायें भूखमरी, बीमारियों और प्राकृतिक आपदाओं का सामना करती थीं, और उन्हें अपने आस-पास के पर्यावरण के साथ संघर्ष करना पड़ता था।

पुरातत्विक अध्ययन के अनुसार, मानव सभ्यता का प्रारंभ कई भूखण्डों में एक साथ नहीं हुआ था, बल्कि यह विभिन्न स्थलों पर समय-समय पर विकसित हुआ। विश्व के विभिन्न हिस्सों में विभिन्न समूह और सभ्यताएं विकसित हुई, जिनमें उनकी खास भाषा, संस्कृति, धार्मिक अनुष्ठान और आर्थिक प्रणालियाँ थीं।

इतिहास के आगे की चरणों में समाज में विभिन्न परिवर्तन आए, जैसे कि निर्माणकला का विकास, गांवों के बदलते आकार, नगरों की उत्थान, व्यापार और व्यापारिक नेटवर्क की स्थापना, तकनीकी उन्नति, और समाज में विभिन्न श्रेणियों के लोगों के समाज में स्थान बदलने के प्रक्रियाएँ।

इस रूप में, इतिहास का आरंभ मानव समाज के विकास और परिवर्तन की प्रक्रिया की शुरुआत होती है, जिसमें विभिन्न सामाजिक, आर्थिक

इतिहास के आरंभ के बारे में कुछ महत्वपूर्ण बिंदु निम्नलिखित हैं:

  • इतिहास का आरम्भ मनुष्य के जन्म के साथ ही हो गया था।
  • पहला लिखित इतिहास लगभग 5,000 साल पहले सुमेरिया में लिखा गया था।
  • आज, इतिहास का अध्ययन एक महत्वपूर्ण शैक्षणिक विषय है।
  • इतिहास का अध्ययन हमारे अतीत को समझने और वर्तमान को बेहतर ढंग से समझने का एक महत्वपूर्ण तरीका है।

इतिहास के प्रकार | Itihas Ke Prakar?

इतिहास को कई अलग-अलग तरीकों से वर्गीकृत किया जा सकता है। एक सामान्य वर्गीकरण विधि विषय के आधार पर इतिहास को वर्गीकृत करना है। इस दृष्टिकोण से, इतिहास को निम्नलिखित प्रकारों में विभाजित किया जा सकता है:

  • राजनीतिक इतिहास: यह सरकारों और राजनीतिक संस्थाओं का अध्ययन करता है।
  • सामाजिक इतिहास: यह समाज के विभिन्न पहलुओं, जैसे कि संस्कृति, धर्म, और अर्थव्यवस्था का अध्ययन करता है।
  • आर्थिक इतिहास: यह अर्थव्यवस्था के विकास और विकास का अध्ययन करता है।
  • सांस्कृतिक इतिहास: यह कला, साहित्य, और अन्य संस्कृति के पहलुओं का अध्ययन करता है।
  • सैन्य इतिहास: यह युद्धों और सैन्य संघर्षों का अध्ययन करता है।
  • वैज्ञानिक इतिहास: यह विज्ञान और प्रौद्योगिकी के विकास का अध्ययन करता है।
  • धार्मिक इतिहास: यह धर्म और धार्मिक आंदोलनों का अध्ययन करता है।
  • विज्ञान इतिहास: यह विज्ञान और प्रौद्योगिकी के विकास का अध्ययन करता है।
  • पर्यावरण इतिहास: यह मानव और पर्यावरण के बीच संबंधों का अध्ययन करता है।

इतिहास को समय अवधि के आधार पर भी वर्गीकृत किया जा सकता है। इस दृष्टिकोण से, इतिहास को निम्नलिखित प्रकारों में विभाजित किया जा सकता है:

  • प्राचीन इतिहास: यह मानव इतिहास के शुरुआती भाग को कवर करता है, जो प्रागैतिहासिक काल से रोमन साम्राज्य के पतन तक फैला हुआ है।
  • मध्यकाल: यह रोमन साम्राज्य के पतन के बाद से पुनर्जागरण तक की अवधि को कवर करता है।
  • आधुनिक इतिहास: यह पुनर्जागरण के बाद से आज तक की अवधि को कवर करता है।

अंत में, इतिहास को स्थान के आधार पर भी वर्गीकृत किया जा सकता है। इस दृष्टिकोण से, इतिहास को निम्नलिखित प्रकारों में विभाजित किया जा सकता है:

  • विश्व इतिहास: यह दुनिया भर की घटनाओं का अध्ययन करता है।
  • राष्ट्रीय इतिहास: यह एक विशेष देश या क्षेत्र की घटनाओं का अध्ययन करता है।
  • स्थानीय इतिहास: यह एक विशेष स्थान या क्षेत्र की घटनाओं का अध्ययन करता है।

इतिहास का अध्ययन एक जटिल और चुनौतीपूर्ण कार्य हो सकता है। हालांकि, यह हमारे अतीत को समझने और वर्तमान को बेहतर ढंग से समझने का एक महत्वपूर्ण तरीका भी है।

Also Read

इतिहास को इतिहास क्यों कहते हैं?

इतिहास को “इतिहास” इसलिए कहा जाता है क्योंकि यह एक प्राचीन ग्रीक शब्द “हिस्ट्रिया” से लिया गया है, जिसका अर्थ है “जांच” या “पूछताछ”। यह शब्द पहली बार हेरोडोटस द्वारा अपने इतिहास के कार्य में इस्तेमाल किया गया था, जिसे अक्सर “इतिहास के पिता” कहा जाता है।

हेरोडोटस ने इतिहास को एक ऐसा विषय के रूप में देखा जो अतीत की घटनाओं का अध्ययन करता है। वह मानते थे कि इतिहास का अध्ययन करना महत्वपूर्ण है ताकि हम अपने अतीत से सीख सकें और भविष्य को बेहतर बना सकें।

इसलिए, इतिहास को “इतिहास” कहा जाता है क्योंकि यह एक ऐसा विषय है जो अतीत की घटनाओं का अध्ययन करता है और उनका विश्लेषण करता है। यह एक ऐसा विषय है जो हमें हमारे अतीत को समझने और वर्तमान को बेहतर ढंग से समझने में मदद करता है।

एक छोटा उत्तर यह है कि इतिहास को “इतिहास” इसलिए कहा जाता है क्योंकि यह अतीत की घटनाओं का अध्ययन करता है।

Leave a comment